Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
। उन्होंने कहा, “अगर विपक्ष में होता, तो सीधा करने में 24 घंटे भी नहीं लगते। लेकिन अब जब सरकार में हूं, तो मेरे हाथ-पांव बंधे हुए हैं।”
कोलकाता। विवादित बयानों की वजह से सुर्खियों में रहने वाले मुर्शिदाबाद के भरतपुर से तृणमूल कांग्रेस विधायक हुमायूं कबीर एक बार फिर विवादित बयान देकर चर्चा में हैं। उनका एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह पुलिस को ठीक करने की धमकी दे रहे हैं। वीडियो रविवार का है। उन्होंने कहा है कि अगर वे विपक्ष में होते, तो महज 24 घंटे में पुलिस की ‘हरकतों’ का जवाब दे देते। उनके इस बयान को लेकर राजनीतिक हलकों में जबरदस्त बहस छिड़ गई है।
हुमायूं कबीर ने आरोप लगाया कि लालगोला, बड़्रज्ञा, शामशेरगंज और भरतपुर थाना क्षेत्रों में आम नाग रिकों को पुलिस के रवैये से परेशानी झेलनी पड़ती है। उन्होंने कहा, “अगर विपक्ष में होता, तो सीधा करने में 24 घंटे भी नहीं लगते। लेकिन अब जब सरकार में हूं, तो मेरे हाथ-पांव बंधे हुए हैं।”
इस बयान के बाद विपक्ष ने आरोप लगाया है कि तृणमूल नेता सत्ता के प्रभाव में रहकर खुलेआम पुलिस को धमका रहे हैं। कई नेताओं ने यह भी सवाल उठाया कि अगर एक विधायक मंच से इस तरह की बातें कर सकता है, तो कानून व्यवस्था की हालत क्या होगी।
यह पूरा मामला उस समय सामने आया है जब एक और तृणमूल नेता, बीरभूम के पूर्व जिला अध्यक्ष अणुव्रत मंडल, पहले से ही पुलिस को गाली देने के आरोप में घिरे हुए हैं। हाल ही में बोलपुर थाने के एक आईसी को लेकर उनकी अपमानजनक टिप्पणी की ऑडियो क्लिप वायरल हो गई थी। पार्टी ने उन्हें महज 38 मिनट में माफी मांगने को मजबूर कर दिया था। हालांकि, इसके बाद भी मंडल पुलिस की पूछताछ से दो दिन तक बचते रहे, और अब उनके वकील उन्हें ‘बीमार’ बता रहे हैं।
अब हुमायूं कबीर का यह बयान इस पूरे विवाद को और भड़काने वाला माना जा रहा है। पार्टी की ओर से अब तक इस बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि क्या तृणमूल नेतृत्व अणुव्रत के बाद हुमायूं पर भी कोई कार्रवाई करेगा।